सुशांत सिंह ने सबकुछ खत्म करने का फैसला अचानक लिया या फिर वो लगातार परेशान थे? वो अंदर ही अंदर क्यों घुटे जा रहे थे? तमाम सवाल है लेकिन उनका यूं जाना चौंकाने वाला है. सुशांत सिंह राजपूत मुंबई में बांद्रा के जॉगर्स पार्क के माउंट ब्लैंक अपार्टमेंट में रहते थे. छठीं मंजिल पर उनका डुप्लेक्स था. शनिवार तक तो सब कुछ ठीक ठाक था, सुशांत अच्छे भले थे. रविवार को सुबह साढ़े 9 बजे उन्होंने अपनी बहन से फोन पर बात की. फिर 10 बजे के करीब सुशांत अपने कमरे से बाहर निकले थे. उन्होंने एक गिलास जूस पिया फिर कमरे के भीतर चले गए. दोपहर तक जब सुशांत कमरे से बाहर नहीं निकले तो उनके साथियों ने उनका दरवाजा खटखाया. कोई जवाब नहीं मिला तो सिद्धार्थ पिठानी ने फोन करके एक चाभी वाले को बुलाकर दरवाजा खुलवाया. दरवाजा खुला तो सबकी आंखें फटी की फटी रह गईं. सुशांत सिंह राजपूत का शव कमरे के पंखे से लटका हुआ था. उनके गले में हरे रंग के कपड़े का फंदा लगा हुआ था. इस वीडियो में देखें सुशांत के आखिरी तीन घंटे कैसे थे.