बॉलीवुड में गुटबाजी पर अभय देओल ने खोली पोल, कहा- "सुशांत की मौत ने सच बोलने को मजबूर किया"

बॉलीवुड में गुटबाजी पर अभय देओल ने खोली पोल, कहा- "सुशांत की मौत ने सच बोलने को मजबूर किया"

क्टर अभय देओल इन दिनों तीखे स्वर के साथ अपनी बात रखते नजर आ रहे हैं। लेटेस्ट इंटरव्यू में एक बार फिर अभय देओल ने बॉलीवुड में गुटबाजी को लेकर हमला बोला। उन्होंने युवा एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वह सुशांत के बारे में सुनकर हैरान रह गए थे।

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Sushant Singh Rajput की मौत के बाद Abhay Deol ने खोला Bollywood का काला चिठा |FilmiBeat
नेपोटिज्म को लेकर बॉलीवुड में घमासान मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर लगातार स्टारकिड्स व फिल्ममेकर्स को ट्रोल किया जा रहा है। यूजर्स व कई स्टार्स ने खुलेआम बोला है कि बॉलीवुड में नए टेलैंट को नेपोटिज्म, गुटबाजी के चलते नजरअंदाज कर दिया जाता है। 
ऐसे घमासान माहौल के बीच अभय देओल ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा कि, बॉलीवुड में ये सब आज से नहीं बल्कि कई दशकों से चला आ रहा है। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड ने मुझे इन सब कमियों और छल के बारे में बोलने पर मजबूर कर दिया है।

अभय देओल का बॉलीवुड में गुटबाजी पर बयान

अभय देओल ने कहा कि बॉलीवुड में गुटबाजी व गुटबंदी आज से नहीं बल्कि दशकों से चली आ रही है। लेकिन कोई भी इसके बारे में बोलने को तैयार नहीं, क्योंकि वह जानते हैं कि वे सब इनसे बच नहीं सकते। मैं ऐसे विषय पर इसीलिए कह पा रहा हूं क्योंकि मैं एक ऐसी ही फिल्म इंडस्ट्री के फले फूले परिवार में जन्मा हूं जहां मैंने खुद देखा व सुना है।

सुशांत के निधन ने मजबूर कर दिया बोलने को

अभय देओल ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के निधन ने मुझे चकित कर दिया। इस घटना ने मुझे बोलने पर मजबूर किया है। लेकिन ये पहला मौका नहीं है, मैं पहले भी इन विषयों पर कहता आया हूं।

किसी के मौत के बाद लोग जागे

अभय देओल ने कहा कि वह माफी मांगना चाहते हैं, क्योंकि लोगों को अब समझ आया जब एक शख्स की जान चली गई है। लेकिन वह खुश हैं कि लोग अब इस विषय पर बोल रहे हैं।

बॉलीवुड का भेदभाव कैसे मानसिक प्रताड़ना देता है

अभय देओल ने कहा कि बॉलीवुड सबसे बड़ी कॉम्पीटिशन वाली जगह है। जहां लोग आपको ये दिखाने की कोशिश करते हैं कि वह जीत गए और आप हार गए। आपके लिए नेगेटिविटी तक फैलाई जाती है। आपके खिलाफ पैसे देकर रिव्यू तक छपवाए जाते हैं, आपको नुकसान पहुंचाते हैं और अवॉर्ड फंक्शन का इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह एक शख्स को यहां मानसिक रूप से परेशान कर दिया जाता है।



हाल में अवॉर्ड शो को बताया था फैमिली अवॉर्ड

हाल में ही अभय देओल ने "जिंदगी न मिलेगी दोबारा" फिल्म को लेकर अपनी बात कही थी। उन्होंने लिखा था कि "आजतक जिंदगी भी इस फिल्म के टाइटल की तरह हो चुकी है।" साथ ही गुटबाजी को लेकर कहा था कि "तमाम अवॉर्ड फंक्शन में ऋतिक और कैटरीना को लीड रोल के लिए नॉमिनेशन मिला था जबकि मुझे और फरहान को सपोर्टिंग रोल के तौर पर। ऐसे लोगों ने इस फिल्म में एक लड़का और लड़की की प्रेमकहानी को स्टोरी करार दिया जबकि वास्तविकता कुछ और ही थी।"
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