
कुछ दिनों से राजनीतिक पार्टी के नेताओं की तरफ से भी सीबीआई जांच की मांग उठने लगी है.
नई दिल्ली. सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से कराने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है. सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी या हुई थी हत्या, इसे लेकर लोग सोशल साइट्स पर भी मुहिम चला रहे हैं. बीते 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत की सुसाइड की खबर आई थी. इसके बाद से ही सुशांत के समर्थकों और परिवारवाले सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. कई फिल्मी हस्तियों ने भी सीबीआई जांच की मांग की है. इधर कुछ दिनों से राजनीतिक पार्टी के नेताओं की तरफ से भी सीबीआई जांच की मांग उठने लगी है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वाकई में सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच अब सीबीआई करेगी? आखिर सीबीआई किन-किन मामलों की जांच करती है?
सीबीआई जांच में क्यों लोचा है?
बता दें कि फिलहाल महाराष्ट्रा पुलिस सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच कर रही है. सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता रविशंकर कुमार न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं, 'सीबीआई हर मामले की जांच नहीं करती है. सीबीआई देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी है. यह भारत सरकार के नियंत्रण में लोक सेवकों द्वारा भ्रष्टाचार से संबंधित अपराध, गंभीर आर्थिक अपराधों और धोखाधड़ी सहित कई मामलों की जांच करती है. सीबीआई के पास पहले से ही बहुत केसेज हैं इसलिए वह गंभीर अपराध और सनसनीखेज मामलों को ही अपने हाथ में लेती है. सीबीआई जांच कई तरह से किए जाते हैं. जहां तक सुशांत सिंह राजपूत की मौत से संबंधित मामले की बात करें तो सीबीआई जांच दो तरह से हो सकती है. पहला, जिस प्रदेश में घटना हुई है वहां की राज्य सरकार सीबीआई से जांच करने की अनुरोध करे.'

क्या वाकई में सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच अब सीबीआई करेगी?
कुमार आगे कहते हैं, 'इस फैसले में केंद्र सरकार की भी सहमति होनी चाहिए. केंद्र सरकार आमतौर पर राज्य के अनुरोध पर निर्णय लेने से पहले सीबीआई से जवाब मांगती है. राज्य सरकार दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान (डीएसपीई) अधिनियम 1946 की धारा 6 के तहत सहमति की अधिसूचना जारी करती है और केंद्र सरकार डीएसपीई अधिनियम की धारा 5 के तहत अधिसूचना जारी करती है. हां, अगर राज्य सरकार सीबीआई जांच की सिफारिश नहीं करती है तो आम आदमी भी सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के जरिए सीबीआई जांच की मांग कर सकती है. सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट किसी भी मामले में सीबीआई जांच के आदेश दे सकती है.'
कई नेताओं ने सीबीआई जांच की मांग की है
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की तरफ से भी बयान आ रहे हैं. लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई से सांसद चिराग पासवान, जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव, उत्तर-पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद और भोजपुरी कलाकार मनोज तिवारी सहित कई नेताओं ने सीबीआई जांच की मांग की है. कांग्रेस पूर्व सांसद और दिल्ली पुलिस के पूर्व कमिश्नर निखिल कुमार ने भी कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत का निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. निखिल कुमार ने सीबीआई जांच की मांग का समर्थन किया है.

सुशांत के परिजनों से मिलते हुए सुशील मोदी
लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान ने सुशांत सिंह की मौत को लेकर तो महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र भी लिखा है. साथ ही इस मामले में वह बिहार के सीएम नीतीश कुमार से भी जरूरी कदम उठाने का अनुरोध किया है. बीजेपी नेता मनोज तिवारी भी सुशांत सिंह राजपूत के घर उनके परिजनों से मिलने के बाद कहा है कि मैं महाराष्ट्र के सीएम से आग्रह करता हूं कि सीबीआई जांच की अनुशंसा करें. तिवारी ने कहा है कि उन परिस्थितियों की जांच की जानी चाहिए, जिनके कारण युवा अभिनेता ने आत्महत्या की.
सीबीआई जांच के लिए कोर्ट भी जा सकते हैं
तिवारी से पहले जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव भी सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं. पप्पू यादव ने साफ कहा है कि सरकार आठ दिन के अंदर अगर सीबीआई जांच नहीं शुरू करती है तो वह पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
बिहार से बाहर के नेताओं ने भी सीबीआई जांच की मांग की है. महाभारत में द्रौपदी की भूमिका अदा करने वाली अभिनेत्री और बीजेपी सांसद रूपा गांगुली (Roopa Ganguly) ने भी सुशांत की मौत की सीबीआई जांच की मांग की है. गांगुली ने कहा है कि पुलिस कह रही है कि सुसाइड है, लेकिन सुसाइड नोट बरामद नहीं हुई है.