इंदर कुमार ( Inder Kumar ) ने फिल्म ‘मासूम’ (1990) ( Masoom ) से बॉलीवुड इंडस्ट्री में डेब्यू किया था। ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ ( Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi ) सीरियल के मिहीर के नाम से पॉपुलर हुए। 2017 में कार्डियक अरेस्ट से उनका निधन हो गया।
मुंबई। नेपोटिज्म को लेकर काम छीनने या नहीं मिलने के कारण कई सेलेब्स को अपना कॅरियर बीच में ही या तो छोड़ना पड़ा या फिर छोटे रोल करके गुजर-बसर की। इस तरह के आरोप लगाने वालों की लिस्ट अब लम्बी होती जा रही है। नया नाम है दिवंगत एक्टर इंदर कुमार की पत्नी पल्लवी ( Pallvi Kumar ) । उन्होंने इंदर को काम देने से इंकार करने वालों के नाम उजागर किए हैं।
पल्लवी ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी और पोस्ट में सनसनीखेज खुलासे किए हैं। पल्लवी का दावा है कि वे अपनी पति के साथ करण जौहर ( Karan Johar ) और शाहरुख खान ( Shahrukh Khan ) के पास काम के लिए गए थे। पल्लवी का कहना है कि दोनों ने उनको इंतजार करवाया और अपनी मैनेजर्स के माध्यम से काम नहीं होने की बात कह दी। पल्लवी ने अपनी ताजा पोस्ट में कहा है कि अभी तक ये ही नाम हैं, और भी हैं। अब प्लेटफार्म मिला है बताने का। गौरतलब है कि इंदर कुमार ने फिल्म ‘मासूम’ (1990) ( Masoom ) से बॉलीवुड इंडस्ट्री में डेब्यू किया था। ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ ( Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi ) सीरियल के मिहीर के नाम से पॉपुलर हुए। 2017 में कार्डियक अरेस्ट से उनका निधन हो गया।
निर्देशक हंसल मेहता का कहना है कि नेपोटिज्म पर बहस को आगे बढ़ाना चाहिए। साथ ही टैलेंट को सर्वोपरि माना है। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे को इंडस्ट्री में मेरी वजह से मौका मिला। वह टैलेंटेड, हार्डवर्कर और अनुशासित है, इसलिए वह अपनी जगह बना पाया। वह भले ही मेरे लिए फिल्म ना बनाए और शायद मैं उन्हें प्रोड्यूस ना भी करूं, लेकिन वह फिल्में बनाना डिसर्व करता है। उसका कॅरियर तभी चलेगा जब वह चल पाएगा। आखिरकार उसे ही अपना कॅरियर बनाना है। मेरी परछाई उसके लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद भी है और बीमारी भी।
इसके जवाब में सोनी राजदान ने कहा कि लोगों की उम्मीदें इस बात से ज्यादा हैं कि वो किसका बेटा या बेटी है। इसके अलावा जो लोग आज नेपोटिज्म पर भड़क रहे हैं और जिन्होंने अपने दम पर नाम बनाया है, उनके भी बच्चे होंगे। और अगर वे इंडस्ट्री में आना चाहेंगे, तो क्या वे उन्हें ऐसा करने से रोक पाएंगे?
खुलकर बोल रहे एक्टर्स
अभिनेता अभय देओल ने एक इंटरव्यू में कहा कि सुशांत की मौत से लोग बोल रहे हैं। मैं पहले भी बोला हूं, लेकिन चुप हो गया था, क्योंकि मैं अकेला चीखने वाला नहीं बनना चाहता था। अब लोग बदलाव की बात कर रहे हैं, एक्टर्स खुलकर बोल रहे हैं। वहीं, सुष्मिता सेन ने एक इंटरव्यू में कहा कि बहुत सी फिल्में हैं जहां मुझे आखिरी वक्त पर निकाल दिया गया। मैं सबको बता देती थी और मुझे मालूम चलता था कि मैं उसमें नहीं हूं। फिर अपने आपको स्ट्रांग बनाया, खुद पर भरोसा रखा।
सुशांत के नाम का ना करें इस्तेमाल
दिवंगत इरफान खान के बेटे बाबिल ने अपील की है कि किसी दुखद घटना के लिए किसी को दोष ना दें। अगर आप नेपोटिज्म के खिलाफ बोलना चाहते हैं तो बोलिए, लेकिन सुशांत के नाम का इस्तेमाल किसी भी कारण से न करें। वहीं, अभिनेता इंदर कुमार की पत्नी ने सोशल मीडिया पर कुछ फिल्मकारों और एक्टर्स पर आरोप लगाया कि उनके पति नेपोटिज्म का शिकार हुए और उन्हें काम देने से मना कर दिया गया।
दिवंगत इरफान खान के बेटे बाबिल ने अपील की है कि किसी दुखद घटना के लिए किसी को दोष ना दें। अगर आप नेपोटिज्म के खिलाफ बोलना चाहते हैं तो बोलिए, लेकिन सुशांत के नाम का इस्तेमाल किसी भी कारण से न करें। वहीं, अभिनेता इंदर कुमार की पत्नी ने सोशल मीडिया पर कुछ फिल्मकारों और एक्टर्स पर आरोप लगाया कि उनके पति नेपोटिज्म का शिकार हुए और उन्हें काम देने से मना कर दिया गया।


